आजमगढ़ 27 नवम्बर -- आंकक्षा समिति के तत्वाधान में महिला सशक्तीकरण के तहत रक्त दान शिविर का जिला अस्पताल में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी एवं जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह द्वारा आकांक्षा समिति की अध्यक्षा श्रीमती अंजना सिंह सेंगर ,ऋचा साहनी एवं सचिव रिचा सिंह की उपस्थिति में फीता काट कर उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक सिंह, आकांक्षा समिति की अध्यक्षा श्री मती अंजना सिंह सेंगर ,ऋचा साहनी तथा दिनेश सिंह जिला स्काउट मास्टर ने रक्तदान-शिविर में रक्तदान किया। रक्तदान शिविर में कुल 60 ब्लड डोनर नेे प्रतिभाग किया जिसमें पुरूष 42 एवं महिलाएं 18 शामिल है। प्रत्येक ब्लड डोनर का ब्लड प्रेशर, वजन तथा ब्लड ग्रुप की जांच की गयी। प्रत्येक ब्लड डोनर को प्रमाण पत्र भी दिया गया। आकांक्षा समिति की अध्यक्षा श्रीमती अंजना सिंह सेंगर ने बताया कि जनपद आजमगढ़ के लोगों ने रक्तदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। उन्होने बताया कि रक्तदान करने से कई फायदे भी है। इससे रक्त पतला होता है और रक्त के माध्यम से विषैला पदार्थ भी शरीर से बाहर निकल जाता है। कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच और उम्र 45 कि0ग्रा0 से अधिक है वह ब्लड डोनेट कर सकता है। जिसका हिमोग्लोविन 12.50 गाम प्रतिशत से ज्यादा हो। रक्तदान के तुरन्त के बाद नई रक्त कोशिकाएं बनने लगती है। जिसके फलस्वरूप शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है। रक्तदान करने से कोई कमजोरी भी नही होती है। कोई भी 3 माह के अन्तराल पर रक्तदान कर सकता है। श्रीमती सेंगर ने बताया कि रक्तदान से चार लोगों की जान को बचाया जा सकता है। रक्त के एक यूनिट बनने वाले अवयव में बताया कि लाल रक्त कोशिकाएं, प्लेटलेट्स, प्लाजमा, क्रायोप्रेसिपिटेट होते है। उन्होने बताया कि प्रत्येक डोनर को डोनर कार्ड मिलेगा जिसे दिखाकर आवश्यकतानुसार पड़ने पर 1 वर्ष तक आपको रक्त मिलेगा। जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने बताया कि रक्त दान शिविर को सफल बनाने के लिए नुक्कड़ नाटक, स्ट्रीट पेंन्टिग, रैली आदि का आयोजन कर जनता को ब्लड डोनेट करने के लिए जागरूक किया गया। उन्होने बताया कि आजमगढ़ की जनता रक्तदान करने से एक दूसरेे के मदद करने के लिए आगे आएंगे । रक्तदान कोई मुश्किल कार्य नही होता बल्कि इससे शरीर को कोई नुकसान भी नही पहुंचता और ना ही किसी प्रकार की कमजोरी होती है बल्कि शरीर से निकाला गया खून कुछ दिनों के पश्चात नया खून बन जाता है। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि ब्लड का महत्व वही व्यक्ति समझ सकता है जिसका बच्चा ब्लड न मिलने पर मर जाता है। उन्होने बताया कि ब्लड कोई भी डोनेट कर सकता है। रक्तदान शिविर में पुलिस विभाग के पुलिस कर्मी, अध्यापिकाएं, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारीगण, अन्य सरकारी कर्मचारी तथा जनता ने रक्तदान किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी अभिषेक सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एसके तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीके सिंह, एसआईसी जीएल केसरवानी, पीडी, डीडीओ, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारीगण तथा जनता उपस्थित रहें।
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