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2 अक्टूबर तक प्रत्येक विकास खण्ड में कम से कम 25 सौ शौचालय निर्माण हो-जिलाधिकारी

अभियान में किसी भी स्तर पर लापरवाही/हीलाहवाली क्षम्य नही होगी -डीएम 
आजमगढ़ -- जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने शासन के निर्देश “स्वच्छता ही सेवा है “ के क्रम में निरन्तर विकास खण्डों पर बैठकें आयोजित कर स्वच्छ शौचालय निर्माण कार्य का स्थलीय सत्यापन करते हुए उसकी प्रगति की जानकारी ली जा रही है तथा सभी सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए है कि 2 अक्टूबर 2017 तक प्रत्येक विकास खण्ड में कम से कम 25 सौ शौचालय निर्माण कराये।
इसी क्रम में जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड रानी की सराय तथा मुहम्मदपुर में सफाई कर्मियों ग्राम पंचायत अधिकारियों आदि की बैठक करते हुए कहा कि स्वच्छ शौचालय निर्माण/स्वच्छता अभियान शासन की प्राथमिकता है और इस अभियान में किसी भी स्तर पर लापरवाही/हीलाहवाली क्षम्य नही होगी। उन्होने कहा कि प्रत्येक सफाई कर्मी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी को 2 अक्टूबर 2017 तक हर हाल में 25-25 शौचालय का निर्माण कराना है। उन्होेने निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष बल देते हुए कहा कि शौचालय के साथ-साथ सोख्ता अवश्य बनवाया जाय ताकि शौचालय का पानी नाली में न जाकर सोख्ता में जाय। उन्होनेे कहा कि यदि शौचालय का पानी नाली में जाता है तो ओडीएफ की सार्थकता सिद्ध नही होगी।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निगरानी समितियों का गठन ग्राम स्तर पर, ब्लाक स्तर पर कोर कमेटी का गठन अवश्य कर लिया जाय तथा स्कूली बच्चों को प्रार्थना के समय सफाई के प्रति जागरूक किया जाय तथा उन्हे गन्दगी से दूर रहने तथा उसके कुप्रभाव के बारें में अवश्य बताया जाय। उन्होने यह भी कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी ओपीडी में मरीजों को गन्दगी से होने वाली बीमारियों से अवगत कराते हुए उन्हे स्वच्छ शौचालय का निर्माण कराने, उसका उपयोग करने आदि के विषय में अवश्य बतायें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अगले दो माह में एक लाख शौचालय बनवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रकार यदि प्रतिमाह 50 हजार शौचालय का निर्माण कराया जाय तो लगभग 70 प्रतिशत शौचालय बन जायेगा। और 2 अक्टूबर 2018 तक जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया जायेगा। उन्होने इस कार्य में लगे समस्त कर्मियों को कड़े निर्देश दिए कि युद्ध स्तर पर लगकर अभियान को सफल बनाये। उन्होने यह भी चेतावनी दी कि यदि निर्धारित लक्ष्य समय से पूर्ण नही होगा तो सम्बन्धित कर्मी कार्यवाही से वंचित नही रहेगा और उसके विरूद्ध शासकीय योजनाओ के लापरवाही/उदासीनता मानते हुए एफआईआर भी दर्ज करायी जायेगी।
श्री सिंह ने डीपीआरओ/खण्ड विकास अधिकारी से कहा कि जनपद को ओडीएफ घोषित कराने के लिए अभी से हर गांव में एक सरकारी कर्मी को ओडीएफ इन्चार्ज बनाया जाय और प्रत्येक गावं मंे एक राजपत्रित अधिकारी को सुपरवाईजर भी तैनात किए जाय। उन्होने यह भी कहा कि इस अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ग्राम स्तरीय कर्मियों की है। यदि लक्ष्य पूरे नही हुए तो सम्बन्धित कर्मी जिम्मेदार होगें।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय परियोजना निदेशक दुर्गा दत्त शुक्ल, जिला पंचायत राज अधिकारी जितेन्द्र मिश्र, अपर जिला सूचना अधिकारी अंजनी कुमार मिश्र, खण्ड विकास अधिकारी रानी की सराय राजीव कुमार वर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 संजय यादव, खण्ड विकास अधिकारी मुहम्मदपुर सन्तोष गुप्ताा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें।


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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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