आजमगढ़:. नोट बंदी के 27वें दिन भी न तो बैंको की भीड़ कम हो रही है न ही आम जनता की समस्या। लोग अपना पेट काटकर बैंको में जमा धन भी नहीं निकाल पा रहे हैं और न ही क्षेत्र में बैंको के बाहर लगे एटीएम के ताले ही खुल रहे हैं। नोट बंदी के कारण दिन प्रतिदिन समस्या और बढ़ती जा रही है। अधिकतर बैंको पर कैश नहीं का बोर्ड लटका दिया जा रहा है। रौनापार थाना क्षेत्र में कई स्थानों पर सुबह चार बजे भोर से ही बैंको पर कतार में खड़े ग्राहक बैंक खुलने का इंतजार करते रहें। जब बैंक खुला और बैंक कर्मचारियों द्वारा कैश न होने का बोर्ड लटका दिया इससे लोग आक्रोशित हो गये। उपभोक्ता बैंक प्रबंधकों पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उपभोक्ताओं ने कई स्थानों पर सड़क जाम कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो लोगों को समझाने का प्रयास किया मगर न मानने पर हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। सुबह से ही कतार लगाकर खड़े उपभोक्ताओं ने बैंक खुलने पर कैश नही होने का बोर्ड लटका देने से आक्रोशित ग्राहकों ने सड़क जाम कर दिया। चांदपट्टी यूनियन बैंक पर सुबह रौनापार-आजमगढ मार्ग को बैंक के सामने लगभग 10.15 बजे जाम कर दिया। पुलिस ने जाम को हटाने के लिए लगभग 10.30 बजे लाठीचार्ज कर दिया जिसमें कई लोगों को हल्की चोटे आयी। लगभग साढ़े दस बजे स्टेट बैंक बेलकुंडा के सामने रौनापार-लाटघाट मार्ग को लगभग 12 बजे तक जाम कर दिया। रजादेपुर-भीमबर मार्ग को स्टेट बैंक हरैया के सामने सड़क जाम कर दिया। वहीँ यूनियन बैंक लाटघाट पर सुबह से कतार में खड़े उपभोक्ताओं को भी सर्वर डाउन होने के कारण टोकन दे कर लगभग एक बजे वापस कर दिया गया। देर से पहुंची पुलिस ने समझा बुझा कर जाम समाप्त कराया। ग्राहकों ने शाखा प्रबंधको के उपर आरोप लगाया कि बैंक मैनेजर कुछ अपने चहेतो को बैंको के दलालो के माध्यम से मोटी रकम दे रहे है और उपर से हम पीड़ितो को पुलिस बुला कर लाठी चार्ज करा रहे हैं। यही रवैया शासन प्रशासन की रही तो 2017 के विधान सभा चुनाव में मोदी और उनके पार्टी के लोगो को परिणाम भुगतना पडेगा। अपना पैसा लेने के लिये चांदपट्टी यूनियनबैंक पर कैश नही होने का नोटिस बोर्ड लगा देने पर सड़क पर उतरे लोगो पर पुलिस ने लाठियां भांज दी जिसमे कई को मामूली चोटें आई। लाठी चार्ज से भगदड़ मच गयी भगदड़ मे भी कईयो को चोटे आयी। ग्रामीण और यूनियन की हालत तो और भी पतली है। लोगां को कैश नही मिल पा रहा है जो मिल भी रहा है तो एक से दो हजार ही मिल रहा है। मरीजो और शादी वालो को भी आदेशो का लाभ नही मिल पा रहा है। वीआइपी वालों को सह देकर पैसा देने का आरोप लगाते हुए तरवां क्षेत्र के कंचनपुर यूबीआइ बैंक के सामने ग्रामीणों ने सोमवार को रासेपुर-उचहुवां मार्ग पर जाम कर दिया। इसके बाद जमकर हंगामा काटा। इसकी वजह से अफरा-तफरी की स्थिति रही।
वहीँ वीआइपी वालों को पैसा देने का आरोप लगाते हुए तरवां क्षेत्र के कंचनपुर यूबीआइ बैंक के सामने ग्रामीणों ने सोमवार को रासेपुर-उचहुवां मार्ग पर जाम कर दिया। इसके बाद जमकर हंगामा काटा। इसकी वजह से अफरा-तफरी की स्थिति रही। लोगों का आरोप था की क्षेत्र के लोग सुबह साढ़े चार बजे से लाइन में लग गए थे। जब बैंक खुलने को आया तो पता चला कि कैश खत्म हो गया है। जबकि आम आदमी के लिए लाइन है और वीआइपी वाले अंदर घुसकर पैसा ले जा रहे हैं। लगभग डेढ़ घंटे तक मार्ग अवरुद्व रहने के बाद बारह बजे पुलिस मौके पर पहुंची और जाम समाप्त कराया।
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