शाहगढ़, आजमगढ़। मुबारकपुर नगर के मुहल्ला पुरानी बस्ती (बखरी) इमामबाड़ा हुसैनिया के प्रांगण में हज़रत इमाम हुसैन की चार वर्ष की बेटी हज़रत सकीना की याद में अंजुमन अब्बासिया के तत्वावधान में एक तरही शब्बेदारी का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय व बाहरी प्रसिद्ध अंजुमनों ने नौहाख्वानी व सीनाज़नी करके खिराजे अकीदत पेश किया। शब्बेदारी का आरम्भ सोज़ख्वानी से हुआ। इसके बाद लखनऊ से आये मौलाना मुहम्मद जमाल आब्दी ने मजलिस को खिताब किया। जब मौलाना ने हज़रत सकीना का मसायब बयान किया तो लोग रो पड़े। इसके बाद शबीहे ताबूत हज़रत सकीना बरामद किया गया जिस पर अकीदतमन्दों ने फूल माला चढ़ाकर ज़ियारत की। इसके बाद नौहाख्वानी व सीनाज़नी का सिलसिला शुरू हुआ। जिसमें अन्जुमनों ने मिसरा तरह ’’जलता दामन है सकीना का बुझायें कैसे’’ के शीर्षक पर अंजुमन अब्बासिया बखरी, अन्सारे हुसैनी रजि0 शाहमुहम्मदपुर, अंसारे हुसैनी कदीम, अंजुमन अज़ादारे हुसैनी, अंजुमन मासूमिया, अंजुमन इमामिया अमिलो, अंजुमन सज्जादिया पुरादीवान, मेहदिया बेसीर जलालपुर, अंजुमन कमरूल इमान पूरा मारूफ ने बारगाहे बीबी सकीना में अपना अपना नौहा पेश किया। अन्त में कुरआ अन्दाज़ी के ज़रिये अंजुमन अन्सारे हुसैनी रजिस्टर्ड व अंजुमन मासूमिया को ज़रीहे मुबारक दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना इरफान अब्बास व संचालन ज़ीशान अली ने किया। इस अवसर पर भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
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