आजमगढ़. : समाजवादी परिवार में शीर्ष स्तर पर शुरू हुई महाभारत का असर अब मुलायम सिंह के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ जनपद में भी दिखने लगा है। बुधवार को आजमगढ़ में समाजवादी यूथ विंग के चारो जिलाध्यक्षों ने मुख्यमंत्री अखिलेश के समर्थन और अपने बड़े पदाधिकारियों को निकाले जाने के विरोध में सामूहिक इस्तीफा दिया था। गौरतलब है कि मुलायम की 6 अक्टूबर को आजमगढ़ में होने वाली पहली चुनावी रैली से पहले ही सपा बिखरने लगी है। गुरुवार को शिवपाल यादव को अध्यक्ष बनाये जाने और उनके द्वारा पार्टी नेताओं के खिलाफ की गयी कार्रवाई से नाराज समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुनील यादव ने आज अपना इस्तीफा दे दिया है । बता दें कि मुख्यमंत्री अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद से ही समाजवादी पार्टी की अंतरकलह खुलकर सामने आ गयी है। हाल में युवजन सभा और छात्र सभा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भेजकर अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की थी लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं किया। बल्कि शिवपाल यादव ने अध्यक्ष का पद मिलते ही कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया। यूथ संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सहित चार लोगों के खिलाफ कार्रवाई से कार्यकर्ताओं में गुस्सा साफ दिख रहा है। कार्रवाई का विरोध करते हुए छात्र सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुनील यादव ने भी गुरूवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजे इस्तीफे में उन्होंने साफ किया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने तथा युथ विंग के पदाधिकारियो पर हो रही एक पक्षीय कारवाई से क्षुब्ध है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी नेतृत्व अपने फैसले नहीं बदलता है तो वे आगे की रणनीति तय करेंगे।
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