देवगांव/आजमगढ़। लालगंज तहसील परिसर स्थित लेखपाल संघ भवन में शनिवार को कोटेदार संघ के जिलाध्यक्ष शिवनाथ यादव की अध्यक्षता में एक बैठक की गई। बैठक में कई आवश्यक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा कर रणनिति बनाई गई। तत्पश्चात अपनी सात सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन एसडीएम लालगंज अयोध्या प्रसाद को सौंपा। कोटेदारों का आरोप था कि हमलोगोे के साथ विभाग द्वारा शोषण किया जाता है। कोटेदारों की मांग है कि हमें पूर्णकालिक सरकारी कर्मचारी मानते हुये एक निश्चित मानदेय दिया जाय। गांव की गोलबंदी व प्रधान के द्वारा नाजायज उत्पीड़न को लेकर सामाजिक सुरक्षा के साथ उचित मुआवजा दिया जाय। गेहूं, चावल, चीनी, मिट्टी का तेल आदि रखने की जगह का रख रखाव का खर्च व भाड़ा भी दिया जाय। 70 पैसे कमीशन की जगह साढे तीन रुपए कमीशन दिया जाय। कोटेदारों को चोरी के लगते आरोप से छुटकारा दिलाने के लिये तत्काल प्रभाव से बायो मैटिक प्रणाली लागू किया जाय। कोटेदारों ने अपने जिलाध्यक्ष से शिकायत किया कि प्रति ड्रम में 15 से बीस लीटर तेल कम मिलता है। मीनू से पांच किलोग्राम राशन हर बोरे में कम मिलता है। यदि किसी कोटेदार के खिलाफ गांव के गोलबंदी के खिलाफ कोई शिकायती प्रार्थना पत्र पड़ जाता है तो उस आधार पर कोटेदार को निलंबित करते 40 से पचास हजार रुपए लेकर बहाल किया जाता है। यदि हर माह कोटेदार पांच हजार रुपए अपने उच्चाधिकारियों को देता रहे तो अपने को सुरक्षित महसूस करेगा। जिलाध्यक्ष शिवनाथ यादव ने कहा कि यदि कोटेदार अपने को पारदर्शी तरीके से ईमानदार होकर कार्य करना चाहता है तो भी बिना किसी सुविधाशुल्क के वह राशन व मिट्टी का तेल पूरा उठायें और जनता के बीच सही वितरण करें। कोई समस्या होती है तो वह अपने संगठन को सूचना दें ताकि समस्याओं से निजात मिल सके। इस अवसर पर तहसील अध्यक्ष दयाशंकर सिंह, महेन्द्र यादव, अजय कुमार सिंह, पंचदेव, अर्चना, अब्दूल वदूद, राधेश्याम सिंह, राजेश राय, सभाजीत यादव, रामसमूझ राम, हरिलाल यादव, गोरख, चन्द्रशेखर, राहुल चैहान सहित बहुत से कोटेदार उपस्थित रहे।
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