
आजमगढ़ : जिस संतोष भारती को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए नरवें गांव के लोगों ने बरदह थाने पर धावा बोला वो कोई मामूली इन्सान नहीं बल्कि लुटेरों के गिरोह का सरदार है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जन भर से अधिक मुकदमें दर्ज है। हमले के बाद अब पुलिस भी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पूरी ताकत से लग गयी है। गांव व आसपास के क्षेत्र जहां आरोपियों के छिपे रहने का अंदेशा है वहां लगातार दबिश दी जा रही है। अब तक 15 लोग पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है। बता दें कि मंगलवार की रात एसओजी ने गंभीरपुर थाने की पुलिस की मदद से बरदह थाना क्षेत्र के नरवें गांव निवासी लूट के मामले में वांछित संतोष भारती पुत्र राधेश्याम, राहुल राजभर पुत्र घनश्याम व संतोष गोंड़ को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपियों को छुड़ाने के लिए गांव के लोगों ने बुधवार की भोर में बरदह थाने पर धावा बोल जमकर तोड़फोड़ की थी। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद किसी तरह भीड़ तितर-बितर हुई। उसी समय पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया था। पूर्वाह्न से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। अब तक पुलिस द्वारा 15 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही तीन वाहनों को भी कब्जे में लिया है। पकड़े गए आरोपियों में नरवे गांव निवासी शिवकुमार, रामदेव, राकेश कुमार, वीरेन्द्र, हरिगेन, रोहित, आदर्श कुमार, प्रकाश गोंड, जगदेव, माधुरी, तारा, शारदा, प्रभावती, सावित्री, रेखा आदि शामिल हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने कहा कि अपराधियों को छुड़ाने के लिए जो कदम ग्रामीणों द्वारा उठाया गया वह निंदनीय है। इस घटना में शामिल लोगों को कत्तई नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न थानों में संतोष भारती के खिलाफ दर्जन भर संगीन अभियोग पंजीकृत हैं। उसके साथ पकड़े गए दो अन्य युवक भी गिरोह के सदस्य हैं।
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