.

.

.

.
.

बरसरा खालसा में सिखाया गया योग क्रिया का गुर

आजमगढ़। पंतजलि योग समिति के तत्वावधान में चलाए जा रहेअभियान "करें योग रहे निरोग" के तहत आज विकास खंड तहबरपुर के ग्राम बड़सरा खालसा में योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें युवा वर्ग के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जनपद के आदर्श योग शिक्षक देवविजय यादव ने कहा कि योग करने से आलस्य नहीं आता है और उत्साह बढ़ता है योग एक पूर्ण विज्ञान है एक पूर्ण जीवन शैली है एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति है एवं एक पूर्ण अध्यात्म विद्या है; योग मनुष्य को सकारात्मक चिंतन के प्रशस्त पथ पर लाने की एक अद्भुत विद्या है; जिसे करोड़ो वर्ष पूर्ण भारत के प्रज्ञावान ऋषियों-मुनियों ने आविष्कृत किया था। योग करने से जीवन का सारा अंधकार मिट जाता है योग एक स्वस्थ रहने की प्रक्रिया और संसार की सर्वाधिक लोकप्रिय जीवन पद्धति है। शायद इसलिए की वह कोई धर्म नहीं है और योग का पालन कोई भी नहीं कर सकता है। योग किसी एक व्यक्ति से प्रारम्भ नहीं हुआ वह तो अनंत काल से चलती आई नदी की धारा है जो उसके पास आया उसने झुक कर पानी पिया और चल दिया। यह कार्यक्रम युवा संगठन के श्रीकेश राज•ार द्वारा कराया गया। दशरथ विश्वकर्मा ने युवाओं के लिए सूर्य नमस्कार पर विशेष बल दिया और लोगों को संकल्प दिलाया गया कि हर सुबह योग, आयुर्वेद, स्वदेशी अपनाएं और भारत  को समृद्धशाली देश बनायें।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment