आजमगढ़. वर्षों से नगर पालिका में जल कल कार्यालय के एक कमरे में बंद पड़ी निषादराज गुह्य की प्रतिमा स्थापना न होने पर फूलन सेना के लोगों ने मंगलवार को निषादराज जयंती पर सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। सरकार पर निषाद समाज के लोगों को तिरस्कृत करने का आरोप लगाया। निषादराज की प्रतिमा पर चौराहे पर स्थिापित करने की मांग की।
मेहता पार्क में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि निषादराज की प्रतिमा वर्षों से कमरे में बंद है। उसे नगर पालिका के गटरखाने में रखकर तिरस्कृत व अपमानित किया जा रहा है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल निषाद अस्वस्थ हैं, उनके स्वस्थ होने पर निषादराज के प्रतिमा की स्थापना एवं निषाद सहित 17 जातियों को सामाजिक, राजनीतिक एवं नौकरी में आरक्षण को लेकर बड़ा आंदोलन किया जायेगा। आंदोलन की शुरूआत रथयात्रा से होगी जिसकी शुरूआत आजमगढ़ से की जायेगी। यात्रा की अगुवाई सांसद कौशल किशोर स्वयं करेंगे।
एबी पाठक ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस निषाद जाति का वोट लेकर मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ का सांसद बने उसी निषाद समाज के सम्मान के प्रति निषादराज की प्रतिमा को कूड़े के ढेर में रखा गया है। प्रदेश सरकार ने निषाद समाज के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए फुटी कौड़ी भी खर्च नहीं किया है। निषाद समाज की हितैषी बनने का दावा कर रही प्रदेश सरकार ने हमेशा छलने का काम किया है।
सरकार ने निषादराज जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर वोट बैंक का कुचक्र रचा है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि यह सरकार निषादराज की प्रतिमा स्थापना के लिए 4 फिट जमीन नहीं दे सकी तो वह समाज का भला क्या करेगी। पुष्पेंद्र सिंह वर्मा ने कहा कि आगामी 2017 विधानसभा चुनाव के बाद पारख महासंघ, फूलन सेना और भाजपा गठबंधन यूपी में सरकार बनायेगी। मुख्यमंत्री सांसद कौशल किशोर होंगे। जब गरीब का बेटा मुख्यमंत्री बनेगा तभी गरीबों का भला होगा। इस मौके पर ओमप्रकाश बिंद, वीरेंद्र निषाद, शंकर निषाद, वेदप्रकाश निषाद, रमेश, विजय साहनी, डा. हवलदार निषाद, सीताराम निषाद आदि उपस्थित थे।
निषादराज गुह्य की जयंती मंगलवार को जनपद में धूमधाम से मनायी गयी। मेहता पार्क में आयोजित समारोह में निषाद समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान निकाली गयी शोभा यात्रा में नाव पर सवार राम परिवार व केवट तथा निषादराज गुह्य की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
झांकियों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। जगह-जगह शोभायात्रा भी निकाली गयी। मेहता पार्क में समारोह को सम्बोधित करते हुए फूलन सेना के प्रदेश अध्यक्ष साहनी वीरेंद्र निषाद ने कहा कि जिस तरह दानवीर राजा हरिश्चंद्र के साथ छल करके उनसे उनका राजपाट छीन लिया गया था। वही हाल आज निषाद समाज का है जिसके बेटे गैर प्रांतों में मजदूरी करते हैं तो महिलाएं दूसरों के खेत में बेगारी करने को मजबूर हैं। निषाद समाज अब दानी हरिश्चंद्र नहीं बनेगा और दान में दी गयी खजाने की चाभी रूपी वोट को अपने लिए उपयोग कर खोया राजपाट वापस लेगा।
अब हम भी अपनी सरकार बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। जयंती समारोह की शुरूआत निषादराज गुह्य के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस मौके पर निषाद समाज के रमेश, शंकर, फिरतू, पप्पू, मुखराम, चंद्रजीत, शिवराम, गांधी, निर्मल, ओमप्रकाश, दयाराम, सुरेश, अशोक सहित निषाद समाज के तमाम लोग उपस्थित रहे।

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