आज़मगढ़ 12 अप्रैल 2016-- उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज आजमगढ़ जनपद के तहसील बूढ़नपुर के अन्तर्गत सरस्वती महिला महाविद्यालय गजन्धर पट्टी अजगरा के भवन का लोकार्पण व माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरस्वती महिला महाविद्यालय का लोकार्पण करना बहुत ही अच्छा लगा। उन्होने कहा कि इस पद पर रहते हुए लगभग एक वर्ष 6 माह हो गया है लेकिन जनपद आजमगढ़ में पहली बार आया हॅू और सरस्वती महिला महाविद्यालय का लोकार्पण करना बुहत ही अच्छा लग रहा है। उन्होने कहा कि महिलाओं की 50 प्रतिशत की आबादी है लेकिन कभी भी उनके द्वारा आरक्षण की मांग नही की जाती है। उन्होने महिलाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक लड़का शिक्षित होता है तो वह अकेले शिक्षित होता है लेकिन एक लड़की शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है। उन्होने कहा कि जब तक महिलाएं शिक्षित नही होगी, तबतक परिवार, गांव, प्रदेश और देश का विकास नही हो सकता है। उन्होने कहा 25 विश्वविद्यालयों को कुलाधिपति हूॅ। दीक्षान्त समारोहों में जाता हूॅ लगभग 60-65 प्रतिशत गोल्ड मेडल लड़कियां पाती है। उन्होने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ महिलाओं को खेल और योग भी करना चाहिए। खेल और योग से शरीर स्वस्थ्य रहती है। शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही है। उन्होने कहा कि लड़कियां अपने माॅ-बाप की देखभाल करते हुए पढ़ाई करती है और शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। उन्होने कहा कि आज लोग विद्यालय खोलकर धन्धा कर रहे है ऐसा नही होना चाहिए। उन्होने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नकल कैंसर का रूप लेता जा रहा है इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होने कहा कि शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव इसी क्षेत्र के रहने वाले है। समस्या का समाधान करेगें।
महा महिम ने कहा कि लड़कियां अपने माता-पिता की देखरेख करते हुए पढ़ाई और स्वास्थ्य पर ध्यान दे ताकि नयी पीढ़ी आगे और अच्छी हो। राज्यपाल ने डा0 दौलत सिंह पालीवाल जो सरस्वती महिला महाविद्यालय के प्रबन्धक हैंे को कह ग्रामीण क्षेत्रों में महाविद्यालय के खोलने से इस क्षेत्र के लड़कियों को आगे की शिक्षा मिलेगी। इस पुण्य कार्य के लिए डा0 दौलत सिंह का अभिनन्दन करता हूॅ। मा0 राज्यपाल ने शिक्षा, कृषि, साहित्यिक तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले श्री राम पाण्डेय, अखण्ड प्रताप सिंह, राणा प्रताप सिंह, विनोद सिंह, आनन्द शेखर सिंह, जय प्रकाश मिश्र को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अवसर पर राज्यपाल महोदय ने डा0 दौलत सिंह पालीवाल के उपन्यास “सुलगते दिल की शीतल परतें“ पुस्तक का विमोचन किया।
प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरस्वती महिला महाविद्यालय से बेटियां पढ़ाई करके आगे बढ़ेगी। उन्होने कहा कि बेटियां पढ़ाई के स्पर्धा में आगे बढ़ रही है। उन्होने कहा कि हमारी प्रदेश सरकार ने बेटियांे की पढ़ाई के लिए शिक्षा मुफ्त कर दिया है और कन्या विद्याधन भी दे रही है। उन्होने कहा कि यह क्षेत्र हमारी जन्मभूमि और कर्मभूमि है। शिक्षा के क्षेत्र में किसी प्रकार की समस्या नही आने पायेगी। इस अवसर पर पूर्वाच्चल विश्व विद्यालय के कुलपति डा0 पीयूष रंजन अग्रवाल, सरस्वती महिला महाविद्यालय के प्रबन्धक डा0 दौलत सिंह पालीवाल ने अपने-अपने विचारों से कार्यक्रम को सम्बोधित किए। इस अवसर पर आयुक्त आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ आर0पी0 गोस्वामी, डी0आई0जी0 उमेश चन्द्र श्रीवास्तव, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, पुलिस अधीक्षक दयानन्द मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन आशुतोष कुमार द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बृजेश कुमार, त्रिलोकी सिंह, आर0बी0 सिंह, विजय कुमार सिंह, प्रमोद सिंह, सुधीर कुमार सिंह, शेर बहादुर सिंह, कन्हैया सिंह, दीनानाथ लाल श्रीवास्तव, आनन्द शेखर, तीर्थराज सिंह, फूलचन्द सिंह, श्री नाथ सहाय, सुषमा सिंह, पंकज दूबे, राकेश सिंह, हरिहर सिंह, फौजदार सिंह, आनन्द सिंह, राजन सिंह, चन्द्रकान्त गुप्त, आर0एस0 सिंह सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थें। मा0 राज्यपाल महोदय का विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत और राष्ट्रगान की प्रस्तुति किया।
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