पूर्व राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कल की मुलाकात के बाद उनकी पार्टी में वापसी पर अटकलों को बल मिल रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास पर समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह ने उनसे मुलाकात की। इसके बाद दोपहर का भोजन साथ में किया और शाम को अमर सिंह दिल्ली चले गये। कल अमर सिंह का जन्मदिन भी है। अटकलें हुई तेज़
अमर सिंह की समाजवादी पार्टी के नेतृत्व के साथ लगातार मुलाकातों का सिलसिला बीते वर्ष लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत के साथ शुरू हुआ था। वह सपा नेतृत्व के आमंत्रण पर इसमें भाग लेने आए थे। तब से उनकी मुलाकात सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव के साथ जब तब होती रही है। इसके साथ ही उनकी समाजवादी पार्टी में वापसी की चर्चा भी होती रही है। अमर सिंह ने हमेशा यही कहा कि मुलायम सिंह व उनके परिवार से उनके निजी रिश्ते हैं और इसको सियासी नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
कल की मुलाकात को अमर सिंह ने फिर से निजी बताया और कहा कि राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। अमर सिंह के कथन के बावजूद यह माना जाता है कि सपा में उनकी वापसी हो सकती है और संभव है कि इस वर्ष राज्यसभा की रिक्त होने वाली सीटों के लिए अमर सिंह को भी सपा उम्मीदवार बनाकर राज्यसभा भेजे। गौरतलब है अमर सिंह तीन बार सपा से राज्यसभा जा चुके हैं।
कल अखिलेश से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलों का दौर शुरू हो गया है। चर्चा है कि हाल के दिनों में सपा के कद्दावर नेता आजम खान के बेतुके बयान से पार्टी की छवि को काफी नुकसान हुआ है। इसी बीच अमर सिंह का अखिलेश यादव से मिलना कई नई अटकलों को जन्म देता है। बताया जा रहा है कि अखिलेश व अमर सिंह की मुलाकात आधिकारिक नहीं थी, लेकिन दोनों नेताओं के बीच लंबी गुफ्तगु हुई। 27 जनवरी को अमर सिंह का जन्मदिन है लिहाजा मुख्यमंत्री ने उन्हें जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी। वहीं अमर सिंह ने मुख्यमंत्री के काम की सराहना की और स्वास्थ्य का हालचाल लिया।
यूपी से राज्यसभा के चुनाव जुलाई में प्रस्तावित हैं। इसी कारण अमर सिंह की सपा नेताओं से मुलाकात को इससे जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि इस मुद्दे पर भी अभी निश्चित तौर पर कुछ कहा जाना मुश्किल है। अमर सिंह मुख्यमंत्री से मिलने के बाद गोमतीनगर में अपने आवास पर आए। वहां उनसे कई शुभचिंतकों व सपा कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। इसके बाद शाम की फ्लाइट से वापस दिल्ली चले गये।
गौरतलब है कि छह साल पहले अमर सिंह को 27 जनवरी को ही सपा से बाहर किया गया था। उनकी सपा में वापसी की अटकलें एक बार फिर तेज हैं। बताया जाता है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां उनकी वापसी के सख्त खिलाफ हैं।
अमर सिंह की समाजवादी पार्टी के नेतृत्व के साथ लगातार मुलाकातों का सिलसिला बीते वर्ष लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत के साथ शुरू हुआ था। वह सपा नेतृत्व के आमंत्रण पर इसमें भाग लेने आए थे। तब से उनकी मुलाकात सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव के साथ जब तब होती रही है। इसके साथ ही उनकी समाजवादी पार्टी में वापसी की चर्चा भी होती रही है। अमर सिंह ने हमेशा यही कहा कि मुलायम सिंह व उनके परिवार से उनके निजी रिश्ते हैं और इसको सियासी नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
कल की मुलाकात को अमर सिंह ने फिर से निजी बताया और कहा कि राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। अमर सिंह के कथन के बावजूद यह माना जाता है कि सपा में उनकी वापसी हो सकती है और संभव है कि इस वर्ष राज्यसभा की रिक्त होने वाली सीटों के लिए अमर सिंह को भी सपा उम्मीदवार बनाकर राज्यसभा भेजे। गौरतलब है अमर सिंह तीन बार सपा से राज्यसभा जा चुके हैं।
कल अखिलेश से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलों का दौर शुरू हो गया है। चर्चा है कि हाल के दिनों में सपा के कद्दावर नेता आजम खान के बेतुके बयान से पार्टी की छवि को काफी नुकसान हुआ है। इसी बीच अमर सिंह का अखिलेश यादव से मिलना कई नई अटकलों को जन्म देता है। बताया जा रहा है कि अखिलेश व अमर सिंह की मुलाकात आधिकारिक नहीं थी, लेकिन दोनों नेताओं के बीच लंबी गुफ्तगु हुई। 27 जनवरी को अमर सिंह का जन्मदिन है लिहाजा मुख्यमंत्री ने उन्हें जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी। वहीं अमर सिंह ने मुख्यमंत्री के काम की सराहना की और स्वास्थ्य का हालचाल लिया।
यूपी से राज्यसभा के चुनाव जुलाई में प्रस्तावित हैं। इसी कारण अमर सिंह की सपा नेताओं से मुलाकात को इससे जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि इस मुद्दे पर भी अभी निश्चित तौर पर कुछ कहा जाना मुश्किल है। अमर सिंह मुख्यमंत्री से मिलने के बाद गोमतीनगर में अपने आवास पर आए। वहां उनसे कई शुभचिंतकों व सपा कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। इसके बाद शाम की फ्लाइट से वापस दिल्ली चले गये।
गौरतलब है कि छह साल पहले अमर सिंह को 27 जनवरी को ही सपा से बाहर किया गया था। उनकी सपा में वापसी की अटकलें एक बार फिर तेज हैं। बताया जाता है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां उनकी वापसी के सख्त खिलाफ हैं।
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