अमिलो/आजमगढ़। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश को पूरा करने में पीडब्ल्यूडी व अन्य विभाग रुचि नहीं ले रहे हैं। जनपद में दर्जनों सड़क ऐसी हैं जहां पता ही नहीं चलता यहां सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। लोगों को इन रास्तों से निकलने में बहुत परेशानी होती है। जिसको लेकर रसूलपुर व्योहरा के ग्रामीणों ने बुधवार को प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी किया। सबसे ज्यादा बुरा हाल सठियावँ ब्लाक के ग्रामीण अंचलो का है। रसूलपुर ब्योहरा से लेकर हुसेनाबाद उदयभानपुर मार्ग का है यहाँ पर एक बड़ा विद्यालय स्थापित है। यहाँ बारिश के दिनों में सड़क पर पानी जमा हो जाता है । जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इसी रास्ते से होकर ही गुजरना पड़ता है। हल्की बारिश में भी उक्त सड़क पर तालाब जैसी स्थिति हो जाती है,यही नहीं राहगीर जब इन सड़कों से गुजरते हैं तो कहीं भी उनके साथ दुर्घटना होने का डर बना रहता है। इससे उनका भारी नुकसान होता है। उक्त सड़क गुजरपार, टुनटुनमोड़, मुस्तफाबाद, सोनपार, सोनावर, बिन्दमठिया, नैठी, सिकंदरपुरए आदि दर्जनों गाँव को सीधे जोड़ती है। ग्रामीण से लेकर किसान.मजदूर सभी लगातार सड़कों की मरम्मत के लिए ज्ञापन दे रहे हैं। मगर विभाग कोई सुनवाई नहीं कर रहा। कई वर्षों से यहाँ के जनप्रतिनिधियो सांसद, विधायक आदि चुनाव के समय आते है और बड़ी बड़ी वादे करते है। मगर आज तक कोई समस्या का निदान नही कर सका,ग्रामीणों ने यह भी कहा कि सड़को की दशा के बारे में क्षेत्र के लोग जानते है लेकिन जनप्रतिधियिों को नही पता, आज तक सड़को को दुरूस्त नही किया गया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शपथ लेते ही सबसे पहले प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए जाने से लोगो में कुछ उम्मीद जगी थी कि अब सड़क का पुन: निर्माण होगा और क्षेत्र के लोगों को इस विकराल समस्या निजात मिल जाएगी । मगर इस आदेश को दो माह बीतने को हैं। मगर सड़कों की हालत नहीं सुधरी। सड़कें अभी तक अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है और छतिग्रस्त हुई सड़क की मरम्मत की राह देख रही हैं। सठियावँ ब्लाक के रसूलपुर ब्योहरा गाँव निवासी अजय यादव बताते हैं सरकार का गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा फेल होता नजर आ रहा है। रसूलपुर ब्योहरा से लेकर उदयभानपुर तक की सड़क पूरी तरह छतिग्रस्त है। आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। दो माह पहले ही सड़कों को गड्ढा मुक्त किये जाने आदेश सरकार द्वारा दिया जा चुका है,लेकिन उन पर अमल नहीं हो रहा है। वहीं मुमताज ने बताया उक्त सड़क का निर्माण सन 2005 में हुआ था। 3 वर्ष बाद ही गड्डे में तब्दील हो गई मगर 7वर्षों से अबतक निर्माण नही हो सका। इस दौरान प्रदर्शन करने वालो में झिनकी,शीला, खुशबुन्नेसा, चन्द्रशेखर, मुमताज, अरविन्द, मुकादम,इक्तेहाक,हरिकेश,चन्नर सोनकर आदि शामिल थे।
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